Interview Analysis in Research
Research के संदर्भ में Interview Analysis का अर्थ है साक्षात्कार (इंटरव्यू) के दौरान प्राप्त उत्तरों, विचारों, अनुभवों और भावनाओं का गहराई से अध्ययन करके उनका अर्थ निकालना। इसमें शोधकर्ता इंटरव्यू के शब्दों को केवल रिकॉर्ड नहीं करता, बल्कि उन्हें पढ़कर, समझकर और वर्गीकृत करके यह जानने का प्रयास करता है कि उत्तरदाता क्या कहना चाहता है, क्यों कहना चाहता है और उससे शोध विषय के बारे में क्या महत्वपूर्ण निष्कर्ष निकलते हैं। Interview Analysis के माध्यम से शोधकर्ता समान उत्तरों को समूहों में रखता है, प्रमुख विषयों (themes) की पहचान करता है और उनके आधार पर निष्कर्ष प्रस्तुत करता है। यह प्रक्रिया विशेष रूप से गुणात्मक शोध में उपयोगी होती है, क्योंकि इससे संख्याओं के बजाय लोगों के अनुभवों, दृष्टिकोणों और सामाजिक वास्तविकताओं को समझने में सहायता मिलती है।
Need of Interview Analysis in Research
Research में Interview Analysis की आवश्यकता इसलिए पड़ती है क्योंकि कई विषय ऐसे होते हैं जिन्हें केवल आँकड़ों या संख्याओं से नहीं समझा जा सकता। लोगों के अनुभव, विचार, भावनाएँ, समस्याएँ और अपेक्षाएँ शब्दों के माध्यम से सामने आती हैं। साक्षात्कार से प्राप्त ये सूचनाएँ तब तक उपयोगी नहीं होतीं, जब तक उनका व्यवस्थित विश्लेषण न किया जाए। Interview Analysis इन उत्तरों को क्रमबद्ध करके यह समझने में मदद करता है कि किसी विषय के पीछे वास्तविक कारण क्या हैं और लोग उसे कैसे अनुभव करते हैं।
Interview Analysis की आवश्यकता इसलिए भी होती है क्योंकि यह शोधकर्ता को विषय की गहराई तक पहुँचने का अवसर देता है। कई बार प्रश्नावली में लोग सीमित उत्तर देते हैं, जबकि इंटरव्यू में वे खुलकर अपनी बात रखते हैं। इन विस्तृत उत्तरों से नए विचार, नई समस्याएँ और नए समाधान सामने आते हैं, जिन्हें बिना विश्लेषण के समझना संभव नहीं होता। इसलिए गुणात्मक शोध में Interview Analysis अनिवार्य माना जाता है।
उदाहरण के लिए, यदि शोध विषय है “ऑनलाइन शिक्षा में छात्रों की समस्याएँ”, तो केवल प्रतिशत बताने से यह स्पष्ट नहीं होता कि छात्र किस तरह की कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। इंटरव्यू के माध्यम से छात्र अपनी भाषा में नेटवर्क समस्या, मानसिक तनाव, शिक्षक–संवाद की कमी जैसी बातें बताते हैं। Interview Analysis इन उत्तरों को समझकर यह स्पष्ट करता है कि समस्या कहाँ और क्यों है। इसी प्रकार, यदि किसी शोध में महिलाओं के कार्यस्थल अनुभवों का अध्ययन किया जा रहा हो, तो Interview Analysis के बिना उनके व्यक्तिगत अनुभव, भावनाएँ और चुनौतियाँ सामने नहीं आ पातीं। इसलिए यह शोध की गहराई और वास्तविकता को समझने के लिए आवश्यक है।
Research में Interview Analysis का महत्त्व(Importance)
Interview Analysis का सबसे बड़ा महत्त्व यह है कि यह शोध को मानवीय दृष्टिकोण प्रदान करता है। इसके माध्यम से शोधकर्ता केवल तथ्यों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि समाज और मानव व्यवहार की वास्तविक तस्वीर को समझ पाता है। यह प्रक्रिया शोध निष्कर्षों को अधिक वास्तविक, अर्थपूर्ण और विश्वसनीय बनाती है।
शोध विश्लेषण का महत्त्व नीति-निर्माण, शिक्षा, समाजशास्त्र, मीडिया अध्ययन और स्वास्थ्य शोध जैसे क्षेत्रों में विशेष रूप से देखा जाता है। जब नीतियाँ लोगों के अनुभवों और समस्याओं के आधार पर बनती हैं, तो वे अधिक प्रभावी होती हैं। इसके अलावा, शोध विश्लेषण शोधकर्ता को उत्तरदाताओं के विचारों में समानता और भिन्नता पहचानने में मदद करता है, जिससे ठोस निष्कर्ष और सिफारिशें प्रस्तुत की जा सकती हैं। इस प्रकार, शोध विश्लेषण शोध को गहराई, विश्वसनीयता और सामाजिक प्रासंगिकता प्रदान करता है।
Interview Analysis का महत्त्व इस बात में है कि यह शोध को मानवीय दृष्टिकोण देता है। उदाहरण के लिए, यदि सरकार किसी स्वास्थ्य योजना पर शोध कर रही है, तो शोध विश्लेषण के माध्यम से मरीजों और डॉक्टरों के अनुभव समझे जाते हैं। इससे यह पता चलता है कि योजना ज़मीन पर कितनी प्रभावी है और उसमें क्या सुधार चाहिए।
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