Lens and types
फोटोग्राफी में कैमरे का लेंस सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। जिस प्रकार हमारी आँखें अलग-अलग दृश्य देखने में मदद करती हैं, उसी प्रकार अलग-अलग लेंस फोटो में अलग असर और एंगल ऑफ व्यू देते हैं। लेंस की फोकल लेंथ, एंगल, गहराई और स्पष्टता मिलकर तस्वीर की शैली तय करते हैं। नीचे दस प्रमुख लेंस के प्रकार और उनकी विशेषताएँ सरल शब्दों में दी गई हैं।
1. स्टैंडर्ड या नॉर्मल लेंस
यह लेंस लगभग 50 मिमी फोकल लेंथ का होता है। इसे नॉर्मल कहते हैं क्योंकि यह इंसानी आँख जैसी नैचुरल तस्वीर बनाता है। यह लेंस पोर्ट्रेट, स्ट्रीट और सामान्य दृश्यों के लिए अच्छा होता है। इससे ली गई फोटो में विषय के अनुपात स्वाभाविक रहते हैं और बैकग्राउंड में हल्की गहराई दिखती है। यह हल्का, किफ़ायती और कम डिस्टॉर्शन वाला लेंस है। रोज़मर्रा की और यात्रा की तस्वीरों के लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प है।
2. वाइड-एंगल लेंस
इस लेंस की फोकल लेंथ 14 मिमी से 35 मिमी तक होती है। यह अधिक चौड़ा एंगल ऑफ व्यू देता है। बड़े दृश्य, लैंडस्केप, वास्तुकला, समूह फोटो या कमरे के अंदर की तस्वीर के लिए बढ़िया है। यह अग्रभूमि को बड़ा और गहराई को अधिक दिखाता है। बहुत कम फोकल लेंथ पर किनारों पर हल्का मोड़ या डिस्टॉर्शन आ सकता है, जिसे क्रिएटिव रूप में भी उपयोग किया जाता है।

3. टेलीफोटो लेंस
इसकी फोकल लेंथ 70 मिमी से 300 मिमी या उससे अधिक होती है। यह दूर के विषय को पास और बड़ा दिखाता है। खेल, वन्यजीव और पोर्ट्रेट फोटो में लोकप्रिय है। यह बैकग्राउंड को कंप्रेस करता है जिससे विषय उभरकर आता है। कम गहराई होने के कारण बैकग्राउंड अधिक धुंधला दिखता है। इसे स्थिर रखने के लिए ट्राइपॉड उपयोगी होता है।
4. मैक्रो लेंस
यह लेंस बहुत छोटे विषयों को पास से और विस्तार में दिखाने के लिए बनाया गया है। इसकी फोकल लेंथ 50 मिमी से 105 मिमी तक होती है। यह 1:1 या अधिक मैग्निफिकेशन पर फोटो खींच सकता है। कीड़े-मकोड़े, फूल, ज्वेलरी या किसी वस्तु की महीन बनावट को खींचने के लिए आदर्श है। सामान्य पोर्ट्रेट और प्रोडक्ट फोटो के लिए भी काम आता है।
5. फिश-आई लेंस
यह सबसे चौड़ा लेंस होता है। इसकी फोकल लेंथ 8 मिमी से 16 मिमी तक होती है और यह 180° तक का एंगल देता है। तस्वीर में गोलाई और कर्व बनाता है जिससे नाटकीय व अनोखा असर पैदा होता है। इसे आर्किटेक्चर, एक्शन स्पोर्ट्स और आर्टिस्टिक फोटो में प्रयोग किया जाता है। इसमें डिस्टॉर्शन अधिक होता है जिसे क्रिएटिव तरीके से इस्तेमाल किया जाता है।
6. जूम लेंस
इस लेंस में फोकल लेंथ बदलने की सुविधा होती है, जैसे 18-55 मिमी या 70-200 मिमी। एक ही लेंस वाइड-एंगल से टेलीफोटो तक का काम कर सकता है। यात्रा और इवेंट फोटो के लिए यह बहुत उपयोगी है क्योंकि बार-बार लेंस बदलने की जरूरत नहीं होती। हालांकि यह प्राइम लेंस से भारी होता है और कभी-कभी शार्पनेस थोड़ी कम हो सकती है।
7. प्राइम लेंस
प्राइम लेंस की फोकल लेंथ फिक्स्ड होती है (जैसे 35 मिमी, 50 मिमी, 85 मिमी)। इसमें बड़ा अपर्चर (एफ/1.4 या एफ/1.8) मिलता है जिससे कम रोशनी में भी स्पष्ट फोटो आती है और बैकग्राउंड अच्छा ब्लर होता है। यह हल्का, शार्प और किफ़ायती होता है। पोर्ट्रेट, स्ट्रीट और लो-लाइट फोटोग्राफी में लोकप्रिय है।
8. पोर्ट्रेट लेंस
यह 85 मिमी, 105 मिमी या 135 मिमी फोकल लेंथ वाला लेंस होता है। यह चेहरे और बैकग्राउंड के बीच संतुलन बनाता है। विषय के अनुपात को नैचुरल दिखाता है और सुंदर बोकेह देता है। प्रोफेशनल पोर्ट्रेट फोटोग्राफर इसी प्रकार के लेंस पसंद करते हैं।
9. टिल्ट-शिफ्ट लेंस
यह खास लेंस फोकस और परिप्रेक्ष्य पर अनोखा नियंत्रण देता है। इसमें लेंस को झुकाकर (टिल्ट) फोकस का एंगल बदला जा सकता है और खिसकाकर (शिफ्ट) इमारतों या ऊँचे ढाँचों की लाइनें सीधी की जा सकती हैं। इससे मॉडल जैसा मिनी इफेक्ट या पूरे दृश्य में एकसाथ फोकस बनाया जा सकता है। आर्किटेक्चर, लैंडस्केप और प्रोडक्ट फोटोग्राफी में यह बहुत काम आता है।
10. स्पेशल इफ़ेक्ट या क्रिएटिव लेंस
ये लेंस खास प्रभाव देने के लिए बनाए जाते हैं। जैसे सॉफ्ट फोकस, इन्फ्रारेड या लेंसबेबी। इनसे फोटो में अनोखा ब्लर, बोकेह या ड्रीम-जैसा असर आता है। फैशन, आर्ट और क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स में इनका उपयोग किया जाता है।
