Style of News Presentation समाचार प्रस्तुत करने की शैली उसके उद्देश्य, श्रोताओं और माध्यम पर निर्भर करती है। कभी केवल तथ्य देने की ज़रूरत होती है, तो कभी उसका विश्लेषण या कहानी जैसी प्रस्तुति जरूरी होती है। समाचार प्रस्तुतीकरण की विभिन्न शैलियाँ पाठक/श्रोता को जोड़ने और जानकारी को प्रभावशाली ढंग से पहुँचाने का साधन हैं। इन शैलियों में तथ्यात्मक, वर्णनात्मक, विश्लेषणात्मक, विवेचनात्मक, मानवीय रुचि और डिजिटल रूप जैसी कई विधाएँ शामिल हैं।
Styles at a Glance
- वर्णनात्मक (Descriptive)
- कथात्मक (Narrative)
- विश्लेषणात्मक (Analytical)
- विवेचनात्मक (Interpretative)
- तथ्यात्मक/सरल (Factual / Straight)
- संक्षिप्त (Brief / Summary)
- मानवीय रुचि (Human Interest)
- अनुसंधानात्मक (Investigative)
- विशेष आलेख (Feature)
- संपादकीय/मतपूर्ण (Editorial/Opinion)
- ब्रेकिंग न्यूज़ (Breaking News)
- दृश्यात्मक/मल्टीमीडिया (Visual/Multimedia)
- संवादी (Conversational)
- लंबी कथा (Long-form Narrative)
1. वर्णनात्मक शैली (Descriptive News)
इस शैली में समाचार का विवरण बहुत स्पष्ट और चित्रात्मक रूप में दिया जाता है। घटनास्थल, समय, माहौल और परिस्थितियों का ऐसा वर्णन किया जाता है जिससे पाठक को पूरा दृश्य आंखों के सामने दिखाई दे। इसमें भाषा सजीव और दृश्यात्मक होती है, लेकिन तथ्यों पर आधारित रहती है। यह शैली आमतौर पर दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं या किसी विशेष आयोजन की रिपोर्टिंग में प्रयुक्त होती है। इसका उद्देश्य श्रोताओं को “घटना को देखने जैसा अनुभव” कराना है।
उदाहरण: “तेज बारिश से दिल्ली की सड़कें नदी बन गईं, लोग घंटों ट्रैफिक जाम में फँसे रहे।”
2. कथात्मक शैली (Narrative News)
इस शैली में समाचार को कहानी की तरह प्रस्तुत किया जाता है। इसमें शुरुआत, मध्य और अंत होता है। भाषा संवादात्मक और रोचक होती है ताकि पाठक लंबे समय तक जुड़ा रहे। पत्रकार इसमें घटनाओं को मानवीय अनुभव और घटनाक्रम की क्रमबद्धता से पेश करता है। यह शैली फीचर, मानवीय रुचि वाली खबरों और विशेष आलेखों में ज्यादा दिखाई देती है। इसका उद्देश्य केवल सूचना देना नहीं, बल्कि पाठक को भावनात्मक और मानसिक रूप से जोड़ना भी है।
उदाहरण: “बारिश की बूँदें गिरते ही इंडिया गेट पर मौजूद लोग हड़बड़ाकर भागने लगे, तभी बिजली आसमान से गिरी और सबके कदम थम गए।”
3. विश्लेषणात्मक शैली (Analytical News)
इस शैली में समाचार केवल घटना बताने तक सीमित नहीं होता, बल्कि उसके पीछे के कारण, प्रभाव और संभावित परिणामों का विश्लेषण भी प्रस्तुत करता है। राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय संबंध और नीतिगत खबरें प्रायः इसी शैली में लिखी जाती हैं। इसमें डेटा, आँकड़े और विशेषज्ञों की राय का भी सहारा लिया जाता है। इसका उद्देश्य पाठक को केवल “क्या हुआ” नहीं बल्कि “क्यों हुआ” और “आगे क्या होगा” यह समझाना है।
उदाहरण: “तेल की कीमतें बढ़ने से महंगाई पर दबाव बढ़ेगा और आम उपभोक्ता की जेब पर असर पड़ेगा।”
4. विवेचनात्मक शैली (Interpretative News) Style of News Presentation
इस शैली में खबरों को पृष्ठभूमि और संदर्भ के साथ समझाया जाता है। इसमें पत्रकार केवल तथ्य नहीं बताता, बल्कि उन्हें सामाजिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से जोड़कर अर्थ निकालता है। यह शैली किसी जटिल विषय को सरल बनाकर समझाने में मदद करती है। इसमें विशेषज्ञों की राय और तुलनात्मक दृष्टिकोण शामिल होता है। इसका उद्देश्य पाठक को गहराई से सोचने और व्यापक संदर्भ में समझने के लिए प्रेरित करना है।
उदाहरण: “जलवायु परिवर्तन केवल पर्यावरण की समस्या नहीं, बल्कि आर्थिक और स्वास्थ्य संकट भी बन रहा है।”
5. तथ्यात्मक/सरल शैली (Factual/Straight News)
यह सबसे बुनियादी शैली है। इसमें केवल तथ्य दिए जाते हैं—कौन, क्या, कब, कहाँ और कैसे। इसमें कोई व्यक्तिगत राय, व्याख्या या टिप्पणी शामिल नहीं होती। ताज़ा समाचार और बुलेटिन इसी शैली में प्रस्तुत किए जाते हैं। यह शैली तुरंत सूचना पहुँचाने के लिए उपयुक्त है। इसका उद्देश्य श्रोताओं को बिना किसी अतिरिक्त व्याख्या के “साफ और सीधे तथ्य” देना है।
उदाहरण: “दिल्ली में आज सुबह 6.2 तीव्रता का भूकंप आया, किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं।”
6. संक्षिप्त शैली (Brief / Summary News)
इस शैली में समाचार का सारांश बहुत कम शब्दों में प्रस्तुत किया जाता है। मुख्य बिंदु ही सामने रखे जाते हैं। यह शैली तब उपयोगी होती है जब समाचार को तुरंत और छोटे समय में देना हो। न्यूज़ टिकर, फ्लैश, रेडियो और टीवी बुलेटिन में इसका सबसे अधिक उपयोग होता है। यह शैली डिजिटल मीडिया में भी उपयुक्त है।
उदाहरण: “प्रधानमंत्री कल अमेरिका यात्रा पर जाएंगे, वहाँ वे जी20 सम्मेलन को संबोधित करेंगे।”
7. मानवीय रुचि शैली (Human Interest News) Style of News Presentation
यह शैली भावनाओं को केंद्र में रखती है। इसमें किसी व्यक्ति के संघर्ष, प्रेरणा, सफलता या पीड़ा की कहानी समाचार के रूप में बताई जाती है। उद्देश्य यह है कि समाचार लोगों के दिल को छुए और उनसे भावनात्मक संबंध बनाए। यह शैली अक्सर प्रेरक कहानियों, दुर्घटनाओं, बचाव कार्यों या मानवीय संकटों की खबरों में उपयोग की जाती है।
उदाहरण: “12 साल की बच्ची ने अपने गांव में अकेले 50 पेड़ लगाए और सबको प्रेरित किया।”
8. अनुसंधानात्मक शैली (Investigative News)
इस शैली में समाचार गहन शोध और गुप्त जानकारी के आधार पर लिखा जाता है। इसका उद्देश्य छिपे हुए तथ्यों और सच्चाइयों को उजागर करना होता है। इसमें पत्रकार महीनों तक रिसर्च और स्रोतों से जानकारी एकत्र करता है। घोटाले, भ्रष्टाचार, अपराध और धोखाधड़ी की खबरें इसी शैली में आती हैं।
उदाहरण: “जांच में खुलासा हुआ कि कंपनी ने नकली दस्तावेज़ बनाकर बैंक से करोड़ों का लोन लिया।”
9. विशेष आलेख शैली (Feature News) Style of News Presentation
इस शैली में समाचार को गहराई और विस्तार से लिखा जाता है। यह तात्कालिक खबर नहीं होती बल्कि किसी विषय पर विस्तार से शोध और विवरण के साथ लिखी जाती है। इसमें तथ्य, पृष्ठभूमि, मानव अनुभव और विश्लेषण का मिश्रण होता है। यह पत्रिकाओं और रविवार के विशेषांक में अक्सर प्रकाशित होती है।
उदाहरण: “दिल्ली का लालकिला सिर्फ ऐतिहासिक धरोहर नहीं बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम का गवाह है।”
10. संपादकीय/मतपूर्ण शैली (Editorial/Opinion News) Styles of News Presentation
इस शैली में समाचार के साथ-साथ लेखक या संपादक का दृष्टिकोण भी प्रस्तुत किया जाता है। इसमें समस्या की गहराई से व्याख्या की जाती है और समाधान सुझाए जाते हैं। इसका उद्देश्य पाठकों को विचार करने के लिए प्रेरित करना है। यह राय आधारित होती है, न कि केवल तथ्य आधारित।
उदाहरण: “भारत को शिक्षा नीति में डिजिटल तकनीक को प्राथमिकता देनी चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों तक ज्ञान पहुँचे।”
11. ब्रेकिंग न्यूज़ शैली (Breaking News)
इस शैली में समाचार तुरंत और संक्षिप्त रूप में दिया जाता है। अक्सर यह अधूरी जानकारी पर आधारित होती है, जिसे बाद में अपडेट किया जाता है। इसका उद्देश्य है जनता तक तुरंत सूचना पहुँचाना। यह टीवी चैनलों, डिजिटल पोर्टल और रेडियो में अधिक प्रचलित है।
उदाहरण: “मुंबई में तेज़ धमाका, पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर।”
12. दृश्यात्मक/मल्टीमीडिया शैली (Visual/Multimedia News) Style of News Presentation
आज के डिजिटल युग में समाचार को केवल शब्दों से नहीं बल्कि वीडियो, फोटो, इन्फोग्राफिक और एनिमेशन से प्रस्तुत किया जाता है। इससे सूचना और भी आकर्षक और प्रभावी बनती है। टीवी, यूट्यूब चैनल और डिजिटल पोर्टल इसी शैली पर निर्भर करते हैं।
उदाहरण: “बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सैटेलाइट तस्वीरें दिखा रही हैं कि नदी का रुख बदल गया है।”
13. संवादी शैली (Conversational News)
इस शैली में समाचार को बातचीत के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। इसमें भाषा अनौपचारिक और दोस्ताना होती है। पॉडकास्ट, रेडियो शो और टीवी पैनल चर्चाएँ इसी शैली में आती हैं। इसका उद्देश्य है श्रोता को संवाद का हिस्सा बनाना।
उदाहरण: “आप सोच रहे होंगे कि अचानक पेट्रोल इतना महँगा क्यों हो गया? दरअसल, इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय कारण हैं।”
14. लंबी कथा शैली (Long-form Narrative News)
इस शैली में समाचार को गहराई से कहानी की तरह लिखा जाता है। इसमें कई दृष्टिकोण, पात्र और घटनाएँ जुड़ी होती हैं। यह साहित्यिक शैली की तरह होती है और पाठक को लंबे समय तक बांधकर रखती है। यह विशेष रिपोर्ट और खोजी फीचर में अधिक प्रचलित है।
उदाहरण: “कश्मीर की घाटियों में रहने वाला यह परिवार तीन पीढ़ियों से हस्तशिल्प बना रहा है, लेकिन अब बाजार और हालात दोनों बदल गए हैं।” Style of News Presentation
Conclusion
समाचार प्रस्तुतीकरण की शैलियाँ केवल सूचना देने का माध्यम नहीं, बल्कि समाज को सोचने, समझने और जुड़ने का अवसर भी देती हैं। तथ्यात्मक शैली जहाँ सीधे और सरल तथ्य पहुँचाती है, वहीं विश्लेषणात्मक और विवेचनात्मक शैली गहरी समझ देती है। वर्णनात्मक और कथात्मक शैली पाठक को दृश्य और कहानी से जोड़ती हैं, जबकि मानवीय रुचि और फीचर लेखन भावनात्मक प्रभाव उत्पन्न करते हैं। आज के डिजिटल युग में ब्रेकिंग न्यूज़, मल्टीमीडिया, और संवादी शैली ने पत्रकारिता के स्वरूप को नया आयाम दिया है। कुल मिलाकर, ये सभी शैलियाँ मिलकर समाचार को केवल जानकारी का साधन नहीं, बल्कि जागरूकता, संवाद और सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बनाती हैं। Style of News Presentation